महाराष्ट्र में दर्दनाक सड़क हादसा, झारखंड जा रहे चार मजदूरों की मौत आखिर कब तक सोई रहेगी केंद्र सरकार रेल सेवा सभी राज्यों के प्रमुख शहरों से शुरू होनी चाहिए

मुंबई: तालाबंदी -4 का आज दूसरा दिन है। मजदूरों के प्रवास की प्रक्रिया चल रही है और साथ ही साथ उनके साथ हो रही दुर्घटनाओं में कोई कमी नहीं आई है। ताजा दुर्घटना महाराष्ट्र से सामने आई है। राज्य के यवतमाल में मंगलवार सुबह सड़क दुर्घटना हुई, जिसमें 4 प्रवासी श्रमिकों की मौत हो गई, जबकि 15 घायल हो गए। ये मजदूर झारखंड जा रहे थे।
ताजा मामला महाराष्ट्र के यवतमाल का है, जहां यतमल की अरानी तहसील में एक ट्रक और बस की टक्कर हो गई। जिसमें बस चालक समेत चार लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि 15 मजदूर घायल हो गए। हादसे के बाद मौके पर कोहराम मच गया। जल्दबाजी में घायलों को इलाज के लिए स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
हादसों में लगातार जान गंवा रहे मजदूर
हादसों में मजदूर लगातार जान गंवा रहे हैं। महाराष्ट्र के औरंगाबाद में मालगाड़ी से कुचलकर एमपी जा रहे 16 प्रवासी मजदूरों की दर्दनाक मौत हो गई थी। वहीं, यूपी के मुजफ्फरनगर में मजदूरों को एक रोडवेज बस ने हाईवे पर टक्कर मार दी थी। इस हादसे में बिहार के छह प्रवासी मजदूरों ने जान गंवाई थी। हादसे का शिकार मजदूर पैदल ही पंजाब से बिहार जा रहे थे।
औरैया में हुई थी 26 मजदूरों की मौत
इससे पहले उत्तर प्रदेश के औरैया जिले में हुए एक भीषण हादसे में 26 प्रवासी मजदूरों की मौत हुई थी। यहां चूने की बोरियों से लदे ट्रक में मजदूर सवार थे। इस ट्रक की एक डीसीएम से भीषण टक्कर हुई थी। मृतकों में यूपी के अलावा झारखंड के 12, बंगाल और बिहार के मजदूर शामिल थे।
आखिर कब तक सोई रहेगी केंद्र सरकार रेल सेवा सभी राज्यों के प्रमुख शहरों से शुरू होनी चाहिएअब तक सैकड़ों लोग सड़क यात्रा में हादसे का शिकार हो चुके हैं केंद्र सरकार को अब त्वरित कार्रवाई करते हुए लॉक डाउन में प्रवासी मजदूरों के लिए छूट देते हुए रेल सेवा को बहाल करना चाहिए नहीं तो लोग इसी तरह हादसों के शिकार होकर अपनी जान गावत रहेंगे देश के सभी राज्यों के प्रमुख शहरों से झारखंड बिहार बंगाल उत्तर प्रदेश जैसे प्रवासी मजदूरों के राज्यों के लिए रेल सेवा अविलंब बहाल होनी चाहिए।
झारखंड सरकार मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने तो अविलंब सहायता के रूप में उत्तर प्रदेश औरैया सड़क दुर्घटना के दिवंगत मजदूरों के आश्रितों को तत्काल चार चार लाख रुपए सहायता राशि के साथ घायलों को ₹50000 के साथ मुफ्त चिकित्सक सेवा उपलब्ध कराया गया था उम्मीद है झारखंड सरकार महाराष्ट्र में दिवंगत प्रवासी मजदूरों के परिवारों को भी सहायता राशि के साथ घायलों की उचित उपचार की जल्द घोषणा करें।